Report on 15 days Training in Basic Computing with use of NVDA and eSpeak in Hindi
The highlight of the session was that the students on completion of the 15 days training, were able to write passages in Hindi. All the participants were able to do basic computing, such as opening files, saving them in different locations, surfing the Internet, etc.
The university officials appreciated the work of the students as they showed a resolve to learn Hindi typing. This would enable them to write their own examination papers using eSpeak Hindi. This is a historic step, as till now the students had to depend upon their scribes to write their exams.
Some documents of the final day's work of the students are listed below:
Story
एक जंगल में एक खरगोश और एक कछूआ रहता था। वे दोनो अच्छे दोस्त थे। पह खरगोस बहुत घमंडी था। वह हमेसा कछूए को यह कहता रहता था कि तुम तो बहुत धीरे चलते हो और मै तो बहुत तेज चलता हूं। और कछूए को निचा दिखाने के लिए खरगोश ने कहा कि चलो हम रेस लगाते हैं।और एक दिन सुबह वे दोनो रेस के लिए एक पेड़ के निचे मिलते हैं।और रेस सुरु करते हैं।जैसा की हम सभी जानते हैं कि खरगोस बहुत तेज दौड़ता है तो वह तेजी से दौड़ के आगे निकल जाता है और कछूआ पिछे रह जाता है।जब खरगोश पिछे देखता है तो ऊसे बहूत दूर तक कछूआ दिखाई नही देता है।तो खरगोश सोचता है कि कुछ देर तक आराम कर लेता हूं।तो खरगोस एक पेड़ के निचे आराम के लिए बैठ जाता है।और उसे नींद आ जाती है और वो सो जाता है। और कछूआ धीरे धीरे चल कर खरगोस से आगे निकल जाता है और धीरे घीरे कर के अपने लक्ष्य तक पहूंच जाता है।और खरगोस सोता रह जाता है।और जब उसकी नींद खुलती है तो खरगोस देखता है कि कछूआ रेस के आखरी लक्ष्य तक पहूंच चुका है।और इस तरह कछूआ धीरे चल कर भी रेस जीत जाता है और खरगोस तेज चल कर भी हार जाता है।
सीख-नीरंतर प्रयास करने वाले को सफलता जरूर मिलती है।
अतुलित भलधामम्, हेम शैला भजेहम, दनुज वन किसानम ज्ञान नमामि द्रिगड़्यम वह शक्ति हमे दो दयानिधे, कर्तव्य मार्ग पर डट जावेँ पर सेवा, पर उपकार मेँ हम, जग जिवन सफल बन जावेँ हम दीन दुखी निवलोँ विकलो के सेवक बन सँताप हरेँ जो हैँ अटके भूले बटके, उनको तारेँ खुद तर जावेँ थल दँभ द्वश पाखड झूठ अन्याय से निश दिन दूर रहे जीवन हो शुद्ध, सरल अपना, निश प्रेम शुधारल बरसावेँ निज आन मान मर्यादा का प्रभु, ध्यान रहे अभिमान रहे
जिस देश धरा पर जन्म लिया, बलिदान उसी पर हो जावे सकल गुढ़ा निदानम, वानराढ़ाम धीषम रघुपति प्रिय भक्तम वातजातम नमामी
The Training in Brief (As Provided by the Trainer)
- Day 1: Keyboard orientation and introduction to computers
- Day 2: Typing
- Day 3: Hindi Typing
- Day 4: Introduction to Desktop
- Day 5: Introduction to Dialogue Boxes and Menus
- Day 6: Saving Documents and Creating Folders
- Day 7: Content Editing
- Day 8: Opening and Closing Programs
- Day 9: Concepts of Internet
- Day 10: Google Search, Gmail Account, Book Share and Websites
- Day 11: Tying Paras in Hindi
- Day 12: More Tying Exercises
- Day 13 - 15: Revision Exercises